"तकिये को भींगो रखा था नयन नीर से,
अपने आँसू छुपा रखा था जमाने की भीड़ से ।"
Sunday 5 May 2013
तेरे बगैर जीना ना था आसान, हर
लम्हा जिया रहता था परेशान....बहुत सिद्दत से
सम्भाला है खुद को, अब मुझे भी जिन्दगी से
प्यार है और गम़-ए-जिन्दगी करती है
परेशान.......
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