Sunday 28 September 2014

CATCH ME

kasam se kehte hain,hum aapko bahut mis karte hain,
hum wo nahi jo pyaar ke naam par,park me kiss karte hain,
haath pakarke movie dekhkar kya faayda,
jindagi bhar haath thaamne ki kosis karte hain,
ab to muskura ke aa jaao,
kya kahen kitni larkiyan hume paane ki saajish karte hain,
aur ham to sirf aapko mis karte hain,
aur aapke sang rahne ki koshis karte hain...........

.."Raman Pathak"


बुझती चिराग के जलने का इंतजार भी गवारा है,
बस कामयाबी के नशे में अपनों से दूरी कभी ना गवारा है ...............
.."Raman Pathak"


Saturday 27 September 2014

अपने सुरत को आइने में वो देखते हैं ऐसे,
की खुबसुरती कम न होने की वजह ढुँढती हो जैसे,
सज धज के वो बाहर निकलती है,
और नजरें चुराती है की कोई देख ना ले ऐसे ..............

.."रमन"


वक्त भी कितनी खफा हो गयी मुझसे,
जब मैं रोता हूँ तो सब हँसते हैं,
और जब मैं हँसता हूँ ,तो सब को बस तकलीफ पहुँचाता हूँ,
ऐ वक्त गर तू थक गया हो मेरी इम्तिहान लेकर,
तो मेरी भी जिन्दगी में आजा कभी खुशियों की चादर लेकर,
यूँ तो बहुतों को ये न गवारा होगा,
पर क्या करुँ गम-ए-जिन्दगी में अब और ना गुजारा होगा .........

....."रमन"......

तू मेरी साँसे छीन सकते हो ,

क्योंकि इसपे मुझे एतबार नहीं,

छीन सको तो मेरी उडान छीनके दिखा,

क्योंकि मैं पर के सहारे नहीं उड़ता,

मैंने उड़ना नाकामी से लड़कर हौसलों से है सीखा ..