रोज मेरे ख्वाबों में आने वाली तुम तो नहीं,
मेरे खामोश लबों को मुस्कुराहट देने वाली तुम तो नहीं,
तुमपे यकीन मुझे इतना अब है,
जमाना मुझे धोखा देगा पर तुम तो नहीं,
सारे लोग मतलबी हैं यहाँ पर तुम तो नहीं,
मेरी हकीकत सब भुला रहे पर तुम तो नहीँ,
जिंदगी भले दगा दे दे,
मेरे खामोश लबों को मुस्कुराहट देने वाली तुम तो नहीं,
तुमपे यकीन मुझे इतना अब है,
जमाना मुझे धोखा देगा पर तुम तो नहीं,
सारे लोग मतलबी हैं यहाँ पर तुम तो नहीं,
मेरी हकीकत सब भुला रहे पर तुम तो नहीँ,
जिंदगी भले दगा दे दे,
पर दगा मुझे दोगी कभी तुम तो नहीं..........
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